भारी

मासिक धर्म रक्तस्राव

पीरियड के दौरान सामान्य
रक्तस्राव क्या है?

एक महिला को हर महीने मासिक धर्म के 4-5 दिनों की सामान्य अवधि के दौरान लगभग 2-3 बड़े चम्मच (30 मिली से 50 मिली) खून की हानि होती है.

कुछ शोध बताते हैं कि यह आंकड़ा वास्तव में 4 बड़े चम्मच (60 मिली) से 6 बड़े चम्मच (80 मिली) के करीब हो सकता है. खून की हानि की मात्रा
और मासिक धर्म प्रक्रिया के चक्र की अवधि हर शरीर में अलग-अलग होती है

सामान्य मासिक धर्म चक्र के विशिष्ट लक्षण

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एक नियमित शेड्यूल

एक नियमित शेड्यूल

जबकि पीरियड्स के बीच की समयावधि हर महिला में अलग-अलग होती है, ज़्यादातर महिलाओं को हर महीने लगभग एक ही समय पर पीरियड्स आते हैं

02

सुर्ख (चमकीला) लाल रक्त

सुर्ख (चमकीला) लाल रक्त

मासिक धर्म का रक्त आमतौर पर चमकीले लाल रंग का होता है

03

अनुमानित रक्तस्राव पैटर्न

अनुमानित रक्तस्राव पैटर्न

हर महिला का रक्तस्राव का पैटर्न अलग होता है. अधिकांश महिलाओं में पीरियड की शुरुआत हल्के धब्बों (स्पॉटिंग) से होती है, जो एक या दो दिन के लिए तेज़ हो जाता है और फिर धीरे-धीरे हल्का होने लगता है

04

मासिक धर्म चक्र की अवधि

मासिक धर्म चक्र की अवधि

पीरियड आमतौर पर 5 से 7 दिनों तक चलता है

05

मासिक धर्म में रक्तस्राव आमतौर पर अन्य लक्षण

मासिक धर्म में रक्तस्राव आमतौर पर अन्य लक्षण

इन लक्षणों को प्री-मेंस्ट्रुअल सिम्पटम्स कहा जाता है, और ये आमतौर पर पीरियड शुरू होने से करीब एक हफ्ते पहले दिखाई देने लगते हैं. इनमें स्तनों में कोमलता या दर्द, सिरदर्द, खाने की तीव्र इच्छा, हल्की या तेज़ ऐंठन, पैरों और पीठ में दर्द, कब्ज या दस्त आदि शामिल हो सकते हैं

मासिक धर्म के खून
का रंग

शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक लक्षणों का एक समूह, जो आमतौर पर
पीरियड से 1-2 हफ्ते पहले दिखाई देता है.

01

काला

काला

पीरियड्स की शुरुआत या अंत में काले रंग का खून आ सकता है. आमतौर पर यह पुराना खून होता है जो गर्भाशय के अंदर जमा हो गया होता है और समय पर बाहर नहीं निकल पाया होता. समय के साथ यह ऑक्सीकृत हो जाता है और काला दिखता है.

02

भूरा या गहरा लाल

भूरा या गहरा लाल

काले खून की तरह, भूरा या गहरा लाल खून भी पुराने खून का संकेत है और यह पीरियड्स की शुरुआत या अंत में आ सकता है. इस खून को ऑक्सीकरण में थोड़ा कम समय लगा होता है.

  • भूरा रक्त या धब्बा कभी-कभी गर्भावस्था का शुरुआती संकेत हो सकता है.
  • गर्भावस्था के दौरान भूरे रंग का स्राव या धब्बे गर्भपात या अस्थानिक गर्भावस्था (जब निषेचित अंडा गर्भाशय के बाहर प्रत्यारोपित हो जाता है) का संकेत दे सकते हैं.
  • भूरा रक्त पेरिमेनोपॉज़ (रजोनिवृत्ति से पहले की अवस्था) का संकेत हो सकता है.
  • भूरा रक्त PCOS के कारण भी हो सकता है, खासकर यदि अन्य लक्षण भी हों जैसे वजन बढ़ना, गर्भधारण में कठिनाई, अधिक बाल आना, या मासिक धर्म में बहुत कम रक्त आना.
03

सुर्ख (चमकीला) लाल

सुर्ख (चमकीला) लाल

यह ताज़ा खून होता है जो यह दर्शाता है कि रक्तस्राव नियमित और स्थिर है.

04

गुलाबी

गुलाबी

यह रंग संकेत देता है कि रक्त गर्भाशय ग्रीवा के तरल से मिश्रित है. यह हल्के रक्तस्राव का संकेत है.

05

नारंगी

नारंगी

यदि इसके साथ योनि में खुजली, असहजता या दुर्गंध आती है तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है.

06

ग्रे

ग्रे

यह आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण का संकेत होता है.

अनियमित मासिक धर्म
रक्तस्राव क्या है?

जब मासिक धर्म के दौरान रक्त प्रवाह 80 मिली से अधिक या 7 दिनों से अधिक समय तक रहता है, तो इसे
भारी मासिक धर्म रक्तस्राव के रूप में जाना जाता है.*

भारत में सभी 355 मिलियन मासिक धर्म वाली महिलाओं में से 60% को अपने जीवन में कभी न कभी भारी
मासिक धर्म रक्तस्राव से निपटने के लिए मदद की ज़रूरत होती है.**

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रक्त (खून) के थक्के

रक्त (खून) के थक्के

रक्त के थक्के चिंता का कारण नहीं हैं. ये गर्भाशय की परत (एंडोमेट्रियम) के टुकड़े हैं. स्वस्थ और सामान्य पीरियड के रक्त में एक रुपये के सिक्के (लगभग एक इंच) के आकार तक रक्त के थक्के हो सकते हैं

02

मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव के कारण

मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव के कारण

  • हीमोग्लोबिन की कमी
  • गर्भाशय की परत का मोटा होना
  • ज्यादा मात्रा में पशु-आधारित डेयरी उत्पादों का सेवन जैसे दूध, पनीर, आइसक्रीम आदि
  • रिफाइंड वनस्पति तेल और चीनी का सेवन
  • लगातार बना रहने वाला मानसिक तनाव
  • गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स, पॉलिप्स या सूजन
  • एंटीकोआगुलेंट्स या कीमोथेरेपी जैसी दवाओं के साइड इफेक्ट्स
  • लीवर या किडनी की बीमारी
  • गर्भाशय का कैंसर
  • बर्थ कंट्रोल पिल्स या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का उपयोग
  • हाइपोथायरॉइडिज़्म
  • हमारे पानी, खाद्य पदार्थों, सौंदर्य प्रसाधनों, सफाई उत्पादों आदि में पाए जाने वाले कीटनाशक और रसायन
  • अधिक वजन होना
  • यदि आप रक्त को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं
03

मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव के लक्षण

मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव के लक्षण

  • 7 दिनों से अधिक समय तक रक्तस्राव होना
  • लगभग हर घंटे पैड बदलने की आवश्यकता होना
  • सिक्के से बड़े रक्त के थक्के आना
  • 1–2 घंटे में ही पैड से खून लीक हो जाना
  • लीकेज रोकने के लिए डबल सुरक्षा (दो पैड आदि) का उपयोग करना
  • पीरियड्स के कारण अपनी रोज़मर्रा की गतिविधियों को सीमित करना
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भारी मासिक धर्म रक्तस्राव के प्रभाव

भारी मासिक धर्म रक्तस्राव के प्रभाव

  • लंबे समय तक बिना इलाज के भारी रक्तस्राव आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का कारण बन सकता है. यह ऐसी स्थिति होती है जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए आयरन नहीं होता. एनीमिया के कारण त्वचा पीली हो जाती है, कमजोरी, थकान, हाथ-पैर ठंडे रहना जैसी समस्याएं होती हैं.
  • पीरियड्स के दौरान ऐंठन और दर्द होना
  • स्तनों के आसपास दर्द और लालिमा
  • अत्यधिक भोजन करना (बिंज ईटिंग)
  • भारी मासिक धर्म रक्तस्राव महिला के सामाजिक जीवन, कार्य जीवन और दैनिक गतिविधियाँ करने की क्षमता को प्रभावित करके उसके जीवन की गुणवत्ता को कम कर सकता है.
  • यह महिला के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और आत्मविश्वास को कम कर सकता है. महिला अत्यधिक मूडी (चिड़चिड़ी या भावनात्मक) हो सकती है.

पोषक तत्व जो भारी रक्तस्राव को प्रबंधित
करने में मदद कर सकते हैं

आयरन (Iron)

यह भारी रक्तस्राव के कारण जो आयरन की कमी होती है, उसे फिर से भरने में मदद करता है.

विटामिन D3 की कमी से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे गर्भाशय की परत मोटी हो सकती है और इससे भारी पीरियड हो सकते हैं.

विटामिन B6 की नियमित खुराक से प्रोजेस्ट्रोन का उत्पादन बढ़ सकता है और गर्भाशय की परत को मोटा होने से रोक सकता है, जिससे पीरियड हलके और छोटे हो सकते हैं.

यह नए लाल रक्त कणों के निर्माण में मदद करता है.

यह गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देने और पीरियड्स के दर्द के लिए जिम्मेदार प्रोस्टाग्लैंडिंस के स्तर को कम करने में मदद करता है.

यह माहवारी के दौरान ऐंठन और दर्द को कम करने में मदद करता है.

हमारा शरीर आयोडीन का उपयोग अपने आप हार्मोन संतुलन बनाए रखने के लिए करता है.

ओमेगा 3 (Omega 3)

यह प्रोजेस्ट्रोन को बढ़ाता है, जो गर्भाशय की परत को बहुत मोटा होने से रोकता है.

यह भारी रक्तस्राव को कम करने में मदद करता है.

यह भारी रक्तस्राव को कम करता है और शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है, जिससे एनीमिया का खतरा कम होता है.

यह रक्त के थक्के बनने में मदद करता है और माहवारी के दौरान रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है.

यह त्वचा, हृदय, हड्डियों, मांसपेशियों के स्वास्थ्य में मदद कर सकता है और कैंसर के जोखिम को रोक सकता है.

यह हार्मोन को संतुलित करने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है.

यह यकृत को हानिकारक अतिरिक्त एस्ट्रोजन और विषाक्त पदार्थों को सुरक्षित रूप से निकालने में मदद करता है और इन्हें हमारे आंत में पुनः अवशोषित होने से रोकता है.

जीवनशैली में बदलाव जो भारी मासिक धर्म रक्तस्राव
को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं

  • अपने आहार में हर दिन और विशेष रूप से पीरियड्स के दौरान ताज़े फल शामिल करें, विशेष रूप से पानी से भरपूर फल जैसे संतरा, तरबूज, खरबूज, अंगूर, सेब आदि
  • इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें –
    खजूर - सुबह इन्हें घी में डुबाकर खाएं
    एलोवेरा - इसे एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर सुबह लें
    हल्दी - हल्दी और काली मिर्च के साथ एक कप गर्म दूध लें. आप इसमें शहद मिला सकते हैं
    अदरक, दालचीनी और लौंग की चाय
    मोटा अनाज, ज्वार, बाजरा और विभिन्न प्रकार की की दालें
  • कम से कम दो महीने तक पशु आधारित डेयरी का सेवन न करें
  • अपने मासिक धर्म से एक सप्ताह पहले और उस दौरान अधिक नमक और बहुत अधिक वसायुक्त खाद्य पदार्थ जैसे डिब्बाबंद भोजन, अचार, पापड़, चटनी, नमकीन, मक्खन, आलू के चिप्स, बर्गर, पनीर, केक, पेस्ट्री आदि का सेवन न करें
  • अधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें
  • प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें
  • पीरियड्स के दौरान अपने आहार में क्रूसिफेरस सब्ज़ियाँ जैसे ब्रोकली, पत्तागोभी, फूलगोभी, अंकुरित मूंग बीन शामिल करें

लड़कियों और महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण
पोषक तत्वों का

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किशोरियों को ये पोषक तत्व उनके भोजन से
अपर्याप्त मात्रा में मिलते हैं

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पोषक तत्व जो भारी मासिक धर्म रक्तस्राव
में मदद कर सकते हैं

14 ग्राम प्रोटीन

  • उन सभी लड़कियों के लिए जो स्ट्रॉबेरी का स्वाद पसंद करती हैं। एक सैशे को एक गिलास ठंडे या सामान्य तापमान वाले दूध में मिलाएं। जरूरत हो तो स्वादानुसार शक्कर डालें।

6.4 ग्राम प्रोटीन

  • उन सभी लड़कियों के लिए जो चॉकलेट का स्वाद पसंद करती हैं। एक सैशे को एक गिलास ठंडे या सामान्य तापमान वाले दूध में मिलाएं। जरूरत हो तो स्वादानुसार शक्कर डालें।

6.4 ग्राम प्रोटीन
करक्यूमिन

  • उन सभी लड़कियों के लिए जो केसर और पिस्ता का स्वाद पसंद करती हैं। एक स्कूप को एक गिलास गर्म दूध में डालें। एक उबाल और दें। जरूरत हो तो स्वादानुसार शक्कर डालें।

प्लांट प्रोटीन ऑलप्रो पाउडर और प्रीबायोटिक फाइबर के साथ

8.4 ग्राम प्रोटीन

  • उन सभी के लिए जो नहीं चाहते कि उनके खाने का स्वाद बदले। इसे अपनी रोटी, पराठा, सब्ज़ी, रायता, केक या बिस्किट में मिलाकर लें।