मासिक धर्म

पीरियड

Facts , Problems & Help In Solution

तथ्य, समस्याएं और समाधान में मदद

1

प्रकृति बिटिया के शरीर को भविष्य में प्रेग्नेंसी
के लिए तैयार करती है

2

मासिक धर्म महीने में एक बार होता है
इसका चक्र औसतन 28 दिनों का होता है

3

मासिक धर्म प्रवाह 3 से 7 दिनों
तक होता है

4

मासिक धर्म 11-12 साल की उम्र में शुरू होकर
51-52 वर्ष की उम्र तक जारी रहते हैं

5

मासिक धर्म की शुरुआत को 'मेनार्क' और मासिक धर्म के समाप्त होने को 'मेनोपॉज़' कहा जाता है.

6

मासिक धर्म शुरू होने के पहले वर्ष में लड़कियों में हॉर्मोन असंतुलन के कारण मासिक धर्म अनियमित होता है समय के साथ यह नियमित हो जाता है

प्रत्येक मासिक धर्म के दौरान

30 मि.ली. से 180 मि.ली.

तक रक्त की हानि होती है*

प्री मैन्स्ट्रुअल सिंड्रोम

तथ्य, समस्याएं और समाधान में मदद

मासिक धर्म शुरू होने के 1-2 सप्ताह पहले होने वाली शारीरिक,
भावनात्मक और व्यवहारिक समस्याएं

01

कारण

कारण

  • माहवारी में हॉर्मोन्स में तीव्र उतार-चढ़ाव
  • मस्तिष्क में रासायनिक परिवर्तन
  • पारिवारिक इतिहास और खराब जीवनशैली
02

शरीर पर प्रभाव

शरीर पर प्रभाव

  • सिरदर्द और पैरों व हाथों में सूजन होना
  • एड़ी या पीठ में दर्द
  • पेट का फूलना और दर्द होना
  • छाती में हल्का दर्द या भारीपन
  • उल्टी, कब्ज या दस्त
  • थकावट, चिड़चिड़ापन, भूख का कम लगना
  • मुँहासों का बढ़ जाना

Nutrients that can help in providing relief in pre-menstrual syndrome

Iron, Calcium, Magnesium, Evening Primrose, Starflower Extract, Green tea, Flax seed, Vitamin E, Tryptophan, Zinc, Pomegranate and Blueberry Extract, Lycopene, Vitamin B1, B2, B3, B6 and Vitamin D

अनियमित मासिक धर्म

बहुत ज़्यादा या बहुत कम रक्तस्राव

21 दिनों से कम या 35 दिनों से

01

कारण

कारण

  • असामान्य वजन (बहुत ज़्यादा या बहुत कम)
  • पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
  • थायरॉइड की समस्या
  • पेरिमेनोपॉज़ – मेनोपॉज़ से पहले की अवस्था
  • अनियमित जीवनशैली – गलत खानपान, नींद की कमी, तनाव
02

शरीर पर प्रभाव

शरीर पर प्रभाव

  • एनीमिया (हीमोग्लोबिन की कमी)
  • बालों का झड़ना
  • मुँहासे
  • भूख और वजन का अचानक बढ़ना या घट जाना
  • मूड का बार-बार बदलना

अनियमित मासिक धर्म से बचाव में मदद कर सकते हैं

कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन C, फ्लेक्स सीड, विटामिन E, जिंक, विटामिन A, विटामिन B6, B2, B5, फोलिक एसिड, सेलेनियम, विटामिन D

भारी रक्तस्राव

माहवारी में 7 दिनों से ज़्यादा रक्तस्राव

01

कारण

कारण

  • रक्त में आयरन की कमी
  • हार्मोन का असंतुलन
  • प्रजनन अंगों में सूजन या संक्रमण – पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिज़ीज़ (PID)
  • गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स या पॉलिप्स
02

शरीर पर प्रभाव

शरीर पर प्रभाव

  • एनीमिया (हीमोग्लोबिन की कमी)
  • पेट में दर्द
  • थकान या कमजोरी
  • सिरदर्द और चक्कर आना
  • सांस लेने में परेशानी

माहवारी में भारी रक्तस्राव को रोकने में मदद कर सकते हैं

आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन C, विटामिन E, जिंक, विटामिन A, विटामिन B-कॉम्प्लैक्स, विटामिन B6, विटामिन K

तीव्र पेट दर्द और एंठन

मासिक धर्म से पहले या दौरान

01

कारण

कारण

  • गर्भाशय की सिकुड़न (contractions) के दौरान हार्मोन जैसी चीज़ों का सक्रिय होना
  • गर्भाशय की तेज़ सिकुड़न के कारण भारी रक्त के थक्कों से दर्द बढ़ सकता है
02

शरीर पर प्रभाव

शरीर पर प्रभाव

  • काम करने या हिलने-डुलने में असमर्थता
  • चिड़चिड़ापन
  • रोज़मर्रा के काम करने में परेशानी
  • कमर, कूल्हों और पैरों में दर्द
  • कब्ज या दस्त
  • पेट का फूलना
  • सिरदर्द, मतली और उल्टी

मासिक धर्म के दर्द को घटाने में मदद कर सकते हैं

आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, ग्रीन टी, ईवनिंग प्रिमरोज़, स्टार फ्लॉवर, विटामिन C, फ्लेक्स सीड, विटामिन E, जिंक, लायकोपीन, विटामिन B1, विटामिन B12, विटामिन D

हीमोग्लोबिन की कमी (एनीमिया)

महिलाओं के रक्त में हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर
12g/dl से 16g/dl के बीच होता है

01

कारण

कारण

  • पीरियड्स के दौरान बहुत ज़्यादा खून आना
  • गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स
  • भोजन में प्रोटीन, आयरन, विटामिन B12, फोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्वों की कमी और उनका सही तरीके से न पचना
02

शरीर पर प्रभाव

शरीर पर प्रभाव

  • थकान और कमजोरी
  • तनाव और चिड़चिड़ापन
  • त्वचा और नाखूनों का पीला पड़ना
  • बालों का झड़ना
  • चक्कर आना और सांस लेने में दिक्कत

हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद कर सकते हैं

आयरन, विटामिन C, विटामिन E, विटामिन A, विटामिन B6, कॉपर, विटामिन B2, फोलिक एसिड, और विटामिन B12

मासिक धर्म बहुत कम आना

(लाईट पीरियड्स)

2 दिन या उससे कम और 30 मि.ली. से कम रक्तस्राव कारण

01

कारण

कारण

  • तनावभरी जीवनशैली
  • पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी
  • बहुत कम शरीर का वजन
  • महिला हार्मोन की कमी या असंतुलन
02

शरीर पर प्रभाव

शरीर पर प्रभाव

  • रक्ताल्पता (एनीमिया) – हीमोग्लोबिन स्तर में कमी
  • गर्भाशय एवं जनन अंगों का अपर्याप्त पोषण
  • प्रजनन क्षमता में कमी (हाइपोफर्टिलिटी)

जो होमयन्ताबिन के निर्माण और मासिक धर्म को सामान्य करने में मदद कर सकते हैं

आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, ईवनिंग प्रिमरोज़, स्टार फ्लॉवर, विटामिन C, फ्लेक्स सीड, विटामिन E, जिंक, लायकोपीन, विटामिन A, विटामिन B-कॉम्प्लैक्स, फोलिक एसिड, कॉपर, विटामिन D

नियमित मासिक धर्म के लिए बदलें
अपनी जीवनशैली

01

संतुलित आहार में फल-सब्ज़ियां, साबुत अनाज, स्वास्थ्यकारी प्राकृतिक फैट, फाइबर व प्रोटीन लें

02

न्यूट्रीचार्ज वूमन टेबलेट लेकर रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर बनाए रखें

03

न्यूट्रीचार्ज स्ट्रॉबेरी प्रोडाइट द्वारा अपने भोजन में प्रोटीन को अवश्य शामिल करें

04

मासिक धर्म से जुड़े दर्द से राहत पाने के लिए गर्म सेक करें

05

अदरक, सौफ, दालचीनी और पुदीने की बिना दूध की चाय से भी दर्द में राहत मिलेगी

06

दिन में 8-9 ग्लास पानी पीएं

07

योग, ध्यान, प्राणायाम, सैर के द्वारा अपनी शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति बनाये रखें

08

बागवानी, किताबें पढ़ना, संगीत सुनना, आदि शौक से अपने तनाव को नियंत्रित रखें

09

कैफीन और अल्कोहल के सेवन से बचें

10

रोज़ाना रात को 7-8 घंटे की सुखद और अबाधित नींद लें

किशोरियों और महिलाओं के लिए ICMR
द्वारा निर्धारित कुछ पोषक तत्वों के RDA*

Click to View

किशोरियों और महिलाओं को ये पोषक तत्व
भोजन द्वारा बहुत कम मात्रा में मिल पाते हैं

Click to View

न्यूट्रीचार्ज वुमन की एक टेबलेट

रोज़ाना नाश्ते के बाद लें

महिलाओं के लिए दैनिक
मल्टी विटामिन-मिनरल सप्लीमेंट

50 पोषक तत्व

  • हीमोग्लोबिन के निर्माण में सहायक
  • मासिक धर्म को सामान्य करने में सहायक
  • अनियमित मासिक धर्म से बचाव में सहायक
  • मासिक धर्म के दर्द को घटाने में सहायक
  • माहवारी में भारी रक्तस्राव को रोकने में सहायक
  • प्री मैन्स्ट्रुअल सिंड्रोम से बचाव में सहायक
01

कौन लें

कौन लें

वे सभी लड़कियां व महिलाएं जिन्हें मासिक धर्म होता है

02

कौन न लें

कौन न लें

वे सभी महिलाएँ जिन्हें मासिक धर्म नहीं होता या जो लंबे समय से दवाइयों पर हैं

03

कैसे लें

कैसे लें

नाश्ते के बाद 1 टैबलेट 1 गिलास पानी के साथ लें

04

कब तक लें

कब तक लें

लंबे समय तक लेना चाहिए. कम से कम 3 महीने तक ज़रूर लें