ल्यूकोरिया

मासिक धर्म की शुरुआत, जिसे 'मेनार्क' कहा जाता है, नारीत्व की शुरुआत है — एक खूबसूरत परिवर्तन जो आश्चर्य और बदलाव से भरा होता है. फिर भी, कई लड़कियों के लिए यह अनुभव डर, भ्रम और तकलीफ के साथ आता है. हर लड़की इस अहम पड़ाव को गर्व, ज्ञान और आत्मविश्वास के साथ अपनाने की हकदार है, यह जानते हुए कि उसका शरीर शक्तिशाली और चमत्कारी है

Women Sitting on cloud

श्वेत प्रदर की
नॉर्मल समयावधि

1-5

मासिक धर्म

26-28

स्राव कम या बंद हो जाता है

मासिक धर्म चक्र

6-14

दूधिया सफेद या हल्का पीला
और चिपचिपा

15-25

स्राव पानी जैसा और पारदर्शी
बन जाता है

ल्यूकोरिया
क्या है?

श्वेत प्रदर होना नॉर्मल है

  • एक महिला के वजाइना (योनि) से तरल पदार्थ का स्राव.
  • इसे श्वेत प्रदर या सफेद पानी भी कहा जाता है.
  • यह महिलाओं में प्रजनन की आयु के दौरान प्राकृतिक रूप से होने वाली शारीरिक प्रक्रिया का हिस्सा है.
  • यह वजाइना (योनि) को मुलायम रखता है और संक्रमण से बचाता है.
  • यह वजाइना (योनि) के पुराने सेल्स और कीटाणुओं को बाहर निकालने में मदद करता है.
  • यह वजाइना (योनि) के pH बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है.
  • यह एक लड़की को मासिक धर्म शुरू होने से कुछ महीनों से लेकर कुछ सालों पहले शुरू होता है.
  • लड़कियों और महिलाओं को रोज़ाना श्वेत प्रदर होना नॉर्मल है.

सामान्य श्वेत प्रदर
क्या है?

बनावट

पतला, पानी जैसा से लेकर
थोड़ा गाढ़ा और चिपचिपा

गंध

आमतौर पर, इसमें कोई गंध नहीं होती है.
हल्की गंध हो सकती है लेकिन बहुत तेज़ या
अप्रिय नहीं होती है

रंग

पारदर्शी, दूधिया सफेद या धुंधला सफेद

मात्रा

24 घंटे में 1/2 से 1 छोटा चम्मच

श्वेत प्रदर किस कारण से
बढ़ सकता है?

  • टेम्पोंस के इस्तेमाल से
  • अंडरवियर, साबुन, क्रीम, पाउडर या वजाइना (योनि) को छूने वाली दूसरी चीज़ों से एलर्जी
  • गर्भावस्था के दौरान
  • ओव्यूलेशन फेज़ (मासिक धर्म से पहले के 15 दिन)
  • मेनोपॉज़ के बाद
  • हॉर्मोनल असंतुलन

श्वेत प्रदर किस कारण से कम
हो सकता है?

  • मेनोपॉज़
  • फाइब्रॉइड्स
  • गर्भधारण या हॉर्मोन्स के लिए इलाज
  • बच्चे को दूध पिलाने की अवधि के दौरान
  • अत्यधिक स्ट्रेस

वजाइना (योनि) का pH

  • वजाइना (योनि) का सामान्य pH 3.8 से 5 के बीच होता है *
  • इससे ज्यादा का pH वजाइना (योनि) में स्वस्थ बैक्टीरिया को मार कर संक्रमण का कारण बन सकता है

यह कैसे जानें कि आपकी
वजाइना (योनि) का pH
ज़्यादा है?

  • आपका स्राव सलेटी या पीले रंग का होगा और उसकी बनावट पनीर जैसी होगी
  • आपके स्राव में मछली जैसी बू या खराब बू होगी
  • आपको अपनी वजाइना (योनि) के आसपास या अंदर दर्द या जलन महसूस होगी
  • वजाइना (योनि) के pH को घर पर टेस्ट करने के लिए बाज़ार में टेस्ट किट्स उपलब्ध हैं जिनका इस्तेमाल करना आसान है

Ph Scale

Normal vaginal pH level for various age groups*

Girls yet to start menstruating –
slightly higher than 4.5

Women of reproductive age
(including pregnant women) – 4.0 to 4.5

Post menopausal women –
slightly higher than 4.5

श्वेत प्रदर के बारे में
चिंतित कब हों?

यदि आप उपरोक्त में से किसी भी संकेत का अनुभव करें,
तो डॉक्टर की अवश्य दिखाएँ

01

रंग

रंग

  • पीला या सलेटी या हरा: बैक्टीरिया के संक्रमण या यौन संचारित संक्रमण का संकेत
  • भूरा या लाल: अगर यह मासिक धर्म नहीं है तो यह अनियमित मासिक धर्म या गर्भावस्था के दौरान रक्त स्राव से सम्बंधित हो सकता है
02

गंध

गंध

अगर गंध बदबूदार, मछली जैसी, अप्रिय या तेज़ हो

03

बनावट

बनावट

अगर यह अन्य लक्षणों के साथ हो, तो स्राव की बनावट किसी संक्रमण का संकेत हो सकती है:

  • सफेद और दही/पनीर जैसी गाढ़ी बनावट
  • झागदार या फेन वाली
  • पतली और बदबूदार
04

मात्रा

मात्रा

अगर आपको सामान्य से अधिक वजाइना (योनि) स्राव हो रहा है और इसके साथ अन्य लक्षण भी हैं

05

दूसरे संकेत

दूसरे संकेत

  • खुजली या जलन
  • योनि या पेल्विक क्षेत्र में दर्द
  • लाल या सूजी हुई त्वचा
  • पेशाब करते समय जलन महसूस होना

आयरन और श्वेत प्रदर

  • आयरन वजाइना (योनि) के सेल्स को ऑक्सीजन प्रदान करता है और उसकी सेहत को ठीक रखता है.
  • आयरन की कम मात्रा से वजाइना (योनि) के सेल्स को अपर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है. इस कारण उनकी सेहत और कार्यों में कमी आ सकती है.
  • आयरन की पर्याप्त मात्रा वजाइना (योनि) की प्राकृतिक क्षारीयता को बनाये रखती है. अतः हानिकारक सूक्ष्म जीवों के पनपने का खतरा कम हो जाता है.
  • आयरन की कमी से वजाइना (योनि) के pH में असंतुलन हो सकता है. इससे हानिकारक बैक्टीरिया की बढ़त हो सकती है जिससे फलस्वरूप श्वेत प्रदर के स्राव में बढ़ोतरी हो सकती है.

Normal

Deficient

  • वजाइना (योनि) बहुत ही नाज़ुक अंग है. आयरन की पर्याप्त मात्रा यह सुनिश्चित करती है कि वजाइना (योनि) की सम्पूर्ण रोग-प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.
  • आयरन की कमी शरीर के रोग-प्रतिरोधक सिस्टम को कमज़ोर करती है. इससे महिलाओं में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है जिससे श्वेत प्रदर की मात्रा बढ़ जाती है.
  • वजाइना (योनि) की दीवारों को कोलेजन मज़बूती देता है, जो एक प्रकार का प्रोटीन है. शरीर में कोलेजन के सिंथेसिस (संश्लेषण) के लिए आयरन आवश्यक है.
  • आयरन की कमी कोलेजन के सिंथेसिस (संश्लेषण) को कम करती है. इससे वजाइना (योनि) के सेल्स कमज़ोर हो जाते हैं और श्वेत प्रदर की मात्रा बढ़ जाती है.

प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं को रोज़ 21mg आयरन देता है

WHO के अनुसार* महिलाओं के लिए सामान्य हीमोग्लोबिन का स्तर: 12-16 g/dl

पोषक तत्व जो श्वेत प्रदर को मैनेज
करने में मदद कर सकते हैं

विटामिन ई

वजाइना (योनि) को मुलायम और
नम बनाये रखने में मदद

विटामिन डी

योनि में स्नेहन (लुब्रिकेशन)
में मदद करता है

इलेक्ट्रोलाइट्स

योनि के pH स्तर को बनाए रखने
में मदद करता है

प्रोबायोटिक्स

योनि में हानिकारक बैक्टीरिया की अत्यधिक वृद्धि को रोकने में मदद करता है. यह बैक्टीरियल योनि संक्रमण से उबरने में भी सहायक होता है

सी बकथॉर्न

पानी की कमी (ड्रायनेस) से बचाने और योनि की झिल्ली को मजबूत करने में मदद कर सकता है

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स

योनि की संपूर्ण रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है

ओमेगा 3

योनि में सही परिसंचरण और रक्त प्रवाह बनाए रखने में मदद करता है

सोया

सोया में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं. ये शरीर में एस्ट्रोजन की तरह कार्य करते हैं और संपूर्ण योनि स्वास्थ्य में सहायक हो सकते हैं

जिंक

जिंक स्वस्थ कोलेजन स्तर और उचित हार्मोन संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है

बच्चियों और महिलाओं के लिए ICMR
द्वारा निर्धारित कुछ पोषक तत्वों के RDA*

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बच्चियों और महिलाओं को ये पोषक तत्व
भोजन द्वारा अपर्याप्त मात्रा में मिल पाते हैं

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ल्यूकोरिया मैनेज करने में मददगार
जीवनशैली के बदलाव

01

अपनी वजाइना (योनि) को हमेशा साफ और सूखा रखें.

02

इंटिमेट वॉश और गुनगुने पानी से अपनी वजाइना (योनि) को रोज़ाना धोएं.

03

अपनी वजाइना (योनि) के अंदर साबुन, लोशन या क्रीम न डालें.

04

वजाइना को हर बार धोने के बाद उस पर नारियल तेल और नीम तेल का मिश्रण लगाएं.

05

अपनी अंडरवियर को कम से कम दिन में दो बार बदलें. अगर आपको अंडरवियर भीगी हुई या पसीने वाली लगे, तो तुरंत उसे बदलें.

06

100% सूती अंडरवियर पहनें. कसी हुई (टाइट) अंडरवियर न पहनें.

07

मासिक धर्म के दौरान कपड़े की जगह सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें.

08

मासिक धर्म के दौरान अपना सेनेटरी पैड हर चार घंटे में बदलें, चाहे वो गंदा न हुआ हो.

09

अपने शरीर में आयरन के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने के लिए रोज़ाना न्यूट्रीचार्ज वुमन का सेवन करें.

10

प्रोटीन के सिंथेसिस (संश्लेषण) को सुनिश्चित करने के लिए न्यूट्रीचार्ज स्ट्रॉबेरी प्रोडाइट को अपने आहार में अवश्य शामिल करें.

जो सप्लीमेंट्स ल्यूकोरिया में मदद
कर सकते हैं ल्यूकोरिया में

इनुलिन, बैसिलस कोएगुलेंस, बिफिडोबैक्टीरियम लैक्टिस और एंजाइम टैबलेट्स के साथ बोटैनिकल एक्सट्रैक्ट्स

प्रोबायोटिक्स
सी बकथॉर्न

  • सभी 18 वर्ष से अधिक पुरुष और महिलाएं, जो शरीर को डिटॉक्स करना चाहते हैं, सबसे भारी भोजन के आधे घंटे बाद रोज़ाना एक टैबलेट लें।
  • कम से कम 3 महीने तक सेवन करें।
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं सेवन से बचें।

इलेक्ट्रोलाइट्स

  • सभी 18 वर्ष से अधिक पुरुष और महिलाएं एक ठंडा टेट्रा पैक रोज़ाना ले सकते हैं।
  • गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं, संतान की योजना बना रही महिलाएं और प्री-डायबिटीज या डायबिटीज से पीड़ित लोग इससे बचें।

लिनम यूसिटैटिसिमम वेजिटेरियन सॉफ्ट कैप्सूल्स

ओमेगा - 3

  • सभी 12 वर्ष से अधिक पुरुष और महिलाएं रोज़ाना नाश्ते के बाद एक कैप्सूल ले सकते हैं।
  • इसे लंबे समय तक लिया जा सकता है।